पदार्थ की अवस्थाएँ (Padarth Ki Avasthayein)
मुख्यतः तीन प्रकार की होती हैं, हालांकि वैज्ञानिक दृष्टि से पाँच अवस्थाएँ मानी जाती हैं। यहाँ हिंदी में विस्तार से बताया गया है:
1. ठोस अवस्था (Solid State - ठोस अवस्था):
-
इस अवस्था में अणु एक-दूसरे के बहुत पास होते हैं।
-
अणुओं के बीच आकर्षण बल अधिक होता है।
-
निश्चित आकार और आयतन होता है।
-
उदाहरण: बर्फ, लकड़ी, लोहा।
2. द्रव अवस्था (Liquid State - तरल अवस्था):
-
अणु ठोस की तुलना में थोड़े दूर होते हैं।
-
आकर्षण बल मध्यम होता है।
-
निश्चित आयतन होता है लेकिन आकार नहीं; ये पात्र के आकार को ले लेता है।
-
उदाहरण: पानी, दूध, तेल।
3. गैसीय अवस्था (Gaseous State - गैस अवस्था):
-
अणु बहुत दूर-दूर होते हैं।
-
आकर्षण बल बहुत कम होता है।
-
न तो निश्चित आकार होता है और न ही निश्चित आयतन।
-
उदाहरण: हवा, ऑक्सीजन, कार्बन डाइऑक्साइड।
4. प्लाज्मा अवस्था (Plasma State):
-
यह अवस्था उच्च तापमान पर होती है जहाँ गैस आयनित हो जाती है।
-
इसमें इलेक्ट्रॉन और आयन स्वतंत्र रूप से गतिशील होते हैं।
-
यह सूर्य और तारे जैसे खगोलीय पिंडों में पाई जाती है।
-
उदाहरण: सूरज का आंतरिक भाग, नीयन साइन।
5. बोस-आइंस्टीन संक्षेप (Bose-Einstein Condensate - BEC):
-
यह अवस्था अत्यंत कम तापमान (लगभग शून्य के पास) पर प्राप्त होती है।
-
इसमें परमाणु एक साथ मिलकर एक ही क्वांटम अवस्था में आ जाते हैं।
-
यह अवस्था 1995 में पहली बार प्रयोगशाला में बनाई गई थी।
1 Comments
https://surajitiwala.blogspot.com/2025/04/iti-admission-process-and-guidelines.html
ReplyDelete